लाइटनिंग अरेस्टर न लगने से ट्रांसफार्मरों पर गिर रही बिजली
Lightning Arrester
कन्नौज। विद्युत उपकेंद्रों पर तैनात अधिकारी व कर्मचारियों की लापरवाही से ट्रांसफार्मर पर बिजली गिर रही है। वहीं अर्थिंग सहित कई उपकरण नहीं लगाए गए हैं। इससे ट्रांसफार्मर ओवरलोड होकर धरासायी हो रहे हैं। जिले के छिबरामऊ व कन्नौज के चौधरियापुर में 5 एमवीए के ट्रांसफार्मर फुंक चुके हैं। इसके अलावा एक दर्जन से अधिक ट्रांसफार्मर फुंके पड़े हैं। आसपास के जनपदों में खोज कराए जाने के बाद भी ट्रांसफार्मर नहीं मिल सके हैं।
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by Taboola
विद्युत सबस्टेशन पर लगे 5 और 10 एमवीए के ट्रांसफार्मर की देखरेख प्राइवेट कर्मचारियों के सहारे है। इन पर तैनात अधिकारी खराबी होने के बाद ही नजर आते हैं। विभागीय इंजीनियरों की मानें तो सबस्टेशन पर लाइटनिंग, अरेस्टर खराब पड़े हुए हैं। इससे आकाशीय बिजली बरसात के मौसम में ट्रांसफार्मर के ऊपर आ गिरती है। इस कारण सेकेंडों में ट्रांसफार्मर ध्वस्त हो जाता है। जांच के बाद पाया गया कि लाइटनिंग, अरेस्टर लगे होने पर बिजली ट्रांसफार्मर पर असर नहीं करती है। इसी तरह पूरे विद्युत सबस्टेशन में अर्थिंग लगी होनी चाहिए। लेकिन जिले के एक-दो नए विद्युत सबस्टेशनों को छोड़कर कहीं पर भी अर्थिंग नहीं लगी हुई है। पोस्ट इंसुलेटर डैमेज हैं। इस कारण भी ट्रांसफार्मर में फाल्ट होते हैं। 11 केवीए फीडर पर मशीनों में ट्रिंपिंग नहीं होती है। इस कारण मशीनें जल जाती हैं और ट्रांसफार्मर भी फुंक जातेे हैं। विभाग की मानें तो ट्रांसफार्मर का आयल चेक होना चाहिए। लेकिन उसे नहीं चेक किया जाता। इसके अलावा लीकेज ट्रांसफार्मर से आयल टपकता रहता है। लेकिन विभाग उसे दुरूस्त करने पर ध्यान नहीं देता है। आयल कम होने से भी ट्रांसफार्मर फुंक जाते हैं। विभाग ने विद्युत उपकेंद्रों पर रिले स्थापित किए थे। यदि कोई फाल्ट होता है तो तत्काल रिले आवाज करने लगते और ट्रिपिंग हो जाती। रिले भी पूरी तरह से ध्वस्त हैं। इससे केबिलें फुंक जाती हैं। ट्रांसफार्मर के फ्यूज उड़ जाते हैं। कभी-कभी तो ट्रांसफार्मर भी फुंक जाते हैं।
बिजली विभाग के अधिशाषी अभियंता पी. राम का कहना है कि कुछ सबस्टेशनों को छोड़कर सभी उपकेंद्रों पर अर्थिंग की व्यवस्था है। यह जरूर है कि पुरानी अर्थिंग होने के कारण डैमेज हो चुकी है। लाइटनिंग, अरेस्टर भी कुछ उपकेंद्रों पर नहीं हैं। जहां है भी वहां कुछ पोइंट ही बचे हैं। इन्हें दुरुस्त कराने के लिए शासन से लिखा-पढ़ी की जाएगी। उन्होंने बताया कि ट्रांसफार्मर के ऊपर पानी की बूंदे एकत्र होने से ट्रांसफार्मर गर्म हो जाता है और कुछ ही देर में फुंक जाता है। बरसात व कोहरे के मौसम में मास्चुराइज एवं ओवरलोडिंग होने से भी ट्रांसफार्मर फुंक जाते हैं। उपभोक्ता 2 किलोवाट का कनेक्शन लेकर एसी व हीटर अवैध रूप से प्रयोग करते हैं। इससे भी ट्रांसफार्मर फुंकते हैं। इस बरसात में अब तक करीब 20 लाख रूपए का नुकसान हुआ है।
जिले में ट्रांसफार्मर फुंकने से बिजली व्यवस्था पूरी तरह से चरमरा गयी है। कन्नौज शहर को ही लिया जाए तो मोहल्ला भटपुरी में 400 केवीए, हम्मालीपुरा में 400 केवीए, कागजियाना में 250 केवीए, गुरसहायगंज में तीन ट्रांसफार्मर 250 केवीए, छिबरामऊ के पूर्वी बाईपास स्थित बिजलीघर के निकट रखा 400 केवीए ट्रांसफार्मर पूरी तरीके से फुंक चुके हैं। इसी तरह सदर तहसील में रखा 400 केवीए का ट्रांसफार्मर क्षतिग्रस्त हो गया। जिले में बिजली व्यवस्था ध्वस्त हो चुकी है। अधिशाषी अभियंता ने इटावा, औरेया, फर्रूखाबाद व कानपुर शहर के वर्कशाप से ट्रांसफार्मर मांगे लेकिन कहीं ट्रांसफार्मर नहीं मिला। कानपुर के वर्कशाप में एक ट्रांसफार्मर 400 केवीए का मिला है। इसे शहर के मोहल्ला भटपुरी में रखवाया जाएगा।
दूसरे फीडरों को जोड़कर चौधरियापुर विद्युत उपकेंद्र से जुड़े मोहल्लों को कटौती कर बिजली दी जा रही है। एसडीओ शिवराम कश्यप ने बताया कि चौधरियापुर विद्युत सबस्टेशन में रखा 5 एमवीए का ट्रांसफार्मर फुंक जाने के बाद शहर के मोहल्ला शेखाना, क्षेमकली, गौरीशंकर, ग्वाल मैदान, कोतवाली क्षेत्र, भटपुरी, काजीटोला व मानीमऊ फीडर से जुड़े गांव को बहादुरपुर विद्युत उपकेंद्र से जोड़कर आपूर्ति दी जा रही है। 5 एमवीए का ट्रांसफार्मर आने तक विद्युत व्यवस्था सुचारू रूप से चलाने में दिक्कतें होंगी।
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